Anuched Lekhan in Hindi: “अनुच्छेद” शब्द को अंग्रेजी भाषा के paragraph का हिंदी रूपांतरण भी कहा जा सकता है,जिसमें आप इससे सम्बन्धित विषय पर 80 से 100 शाब्दों में अपने विचारों को व्यक्त कर सकते है,वास्तव में अनुच्छेद छोटा तो होता है परन्तु इसका विस्तार विषय वस्तु पर निर्भर करता है। अनुच्छेद में घटना या विषय से सम्बन्धित वर्णन संतुलित होना चाहिए। इसका मुख्य कार्य अपने विचारों को इस तरह लिखना है जिसमें वाक्य एक दूसरे के पूरक अथवा एक दूसरे के साथ जुड़े हों तथा ध्यान रखने लायक बात यह होनी चाहिए कि एक भी वाक्य अनावश्यक और बेकर नहीं होना चाहिए। अनुच्छेद की भाषा शैली सरल व प्रभावशाली होनी चाहिए। अनुच्छेद लिखते समय बीच -बीच में आप सही लोकोक्तियों एवं मुहावरो का भी प्रयोग कर सकते है,जिससे अनुच्छेद और भी रोचक हो जाएगा। अनुच्छेद में हर वाक्य मूल विषय से जुड़ा रहना चाहिए क्योंकि अनावश्यक वाक्यों का अनुच्छेद में कोई स्थान नहीं होता है। अनुच्छेद लिखने से पहले आपको इसकी रूपरेखा व संकेत बिंदु आदि अवश्य बना लेने चाहिए। क्योंकि अगर आप अनुच्छेद को इस बिंदु में स्पष्ट कर देंगे तो इसके अंत में अनुच्छेद का निष्कर्ष समझ आ जाएगा। मेहत्वपूर्ण बातों या घटनाओ को इस अनुच्छेद में आवश्यक स्थान दिया जाना चाहिए।
- ▪ अनुच्छेद लेखन क्या है?
- ▪ अनुच्छेद की प्रमुख विशेषताएं
- ▪ अनुच्छेद के मुख्य रूप
- ▪ अनुच्छेद कैसे लिखें?
- ▪ अनुच्छेद लिखते समय ध्यान दें
- ▪ पैराग्राफ राइटिंग सैंपल्स/उदाहरण (Paragraph Writing Samples/Examples)
- ▪ अनुच्छेद लेखन टॉपिक्स (Anuched Lekhan Topics)
- ▪ निष्कर्ष (Conclusion)
- ▪ FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
अनुच्छेद लेखन क्या है?
अनुच्छेद एक स्वतंत्र व पूर्ण रचना है जिसमे आप अपने विचारों को (सम्बंधित विषय वस्तु से जोड़कर) 80 से 100 शब्दों में व्यक्त कर सकते हैं। अनुच्छेद लिखने में आवश्यक है कि इसकी भाषा सरल व स्पष्ट हो तथा इसमें अनावश्यक वाक्यों के लिए कोई स्थान नहीं होता है। अनुच्छेद लिखते समय आवश्यक स्थानों पर मुहावरों व कहावतों का प्रयोग भी किया जा सकता है। ध्यान रखने योग्य बात यह है कि आप किसी एक बात को बार-बार ना दोहरायें।
अनुच्छेद की प्रमुख विशेषताएं
अनुच्छेद लेखन (Anuched Lekhan) अपने आप में एक कला है,क्योंकी इसमें आप अनावश्यक बातों से बचते हुए इस तरह से लेखन करते हैं कि कोई आवश्यक तथ्य छूटने ना पायें। अनुच्छेद लेखन में मुख्य विषय से भटकना नहीं चाहिए एवं तथ्यों के विस्तार से भी अनुच्छेद बनना चाहिए। वाक्यों के बीच आपस में सम्बन्ध होना अत्यंत मेहत्वपूर्ण होता है।अनुच्छेद की भाषा प्रवाहपूर्ण होनी चाहिए तथा इसे लिखते समय छोटे-छोटे वाक्यों का प्रयोग करते रहना चाहिए।अनुच्छेद लेखन में समय सीमा का ध्यान रखना भी अत्यंत मेहत्वपूर्ण है,जितने शब्दों का निर्देशन हो उतनी ही शब्द सीमा में अनुच्छेद लिखना चाहिए।अनुच्छेद में भूमिका व उपसंहार को मेहत्व ना देकर इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि मुख्य विचार अंत में स्पष्ट कर दिया जाए।अनुच्छेद का प्रथम व अंतिम वाक्य प्रभाव पूर्ण होना चाहिए। विषय वस्तु की स्पष्टता में अधूरापन नहीं होना चाहिए छोटे- छोटे उदाहरण,कहावते लोकोक्तियाँ अनुच्छेद को और भी रोचक व प्रभावशाली बनती है इससे अनुच्छेद पढ़ने वाले की विषय में रुचि बनी रहती है। अनुच्छेद लिखने से पहले ही रूपरेखा,संकेत-बिंदु बना लेने चाहिए जिससे आप अपने विषय से भटके नहीं। अनुच्छेद लेखन में आवश्यक है की आप एक ही पक्ष का वर्णन करें क्योंकि इसे लिखने के लिए शब्द,सीमा तय होती है। एक ही बात को बार- बार दोहराने से भी बचना अत्यंत आवश्यक है,अनुच्छेद लेखन में ध्यान रहे अनुच्छेद लिखने से समय विषय से ना हटें क्योंकि अनुच्छेद आपको संक्षेप में ही लिखना पड़ेगा।
अनुच्छेद के मुख्य रूप
अनुच्छेद मुख्यतः निम्न प्रकार के होते हैं :-
- वर्णात्मक अनुच्छेद – किसी व्यक्ति या वस्तु का वर्णन।
- विवेकात्मक अनुच्छेद – कार्य और तर्क।
- संपादकीय अनुच्छेद – लेखक की राय व्यक्त करना ।
- सूचनात्मक अनुच्छेद – जानकारी और तथ्य प्रदान करना ।
- कहानिआत्मक अनुच्छेद – अनुभव या कहानी साझा करना ।
- विवरणात्मक अनुच्छेद- इसमें किसी विषय, वस्तु, स्थान या व्यक्ति का विस्तृत वर्णन किया जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को विषय के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
- विश्लेषणात्मक अनुच्छेद- इसमें किसी विषय का विश्लेषण किया जाता है, उसके विभिन्न पहलुओं को समझाया जाता है और निष्कर्ष निकाला जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को विषय के बारे में गहराई से समझने में मदद करता है।
- तर्कात्मक अनुच्छेद- इसमें किसी विषय पर तर्क दिए जाते हैं और अपने दृष्टिकोण को साबित करने का प्रयास किया जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को विषय के बारे में अपने विचार बनाने में मदद करता है।
- तुलनात्मक अनुच्छेद- इसमें दो या दो से अधिक विषयों की तुलना की जाती है। यह अनुच्छेद पाठक को विषयों के बीच समानता और अंतर को समझने में मदद करता है।
- ऐतिहासिक अनुच्छेद- इसमें ऐतिहासिक घटनाओं, व्यक्तियों या स्थानों का वर्णन किया जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को इतिहास के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
- वैज्ञानिक अनुच्छेद- इसमें वैज्ञानिक ज्ञान और अनुसंधान के परिणामों को प्रस्तुत किया जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को विज्ञान के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
- साहित्यिक अनुच्छेद- इसमें साहित्यिक कृतियों का विश्लेषण और मूल्यांकन किया जाता है। यह अनुच्छेद पाठक को साहित्य के बारे में गहराई से समझने में मदद करता है।
भारतीय संविधान में भी कई महत्वपूर्ण अनुच्छेद हैं, जैसे कि अनुच्छेद 1 (संघ का नाम एवं क्षेत्र), अनुच्छेद 3 (नए राज्यों का गठन और मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन), अनुच्छेद 13 (मौलिक अधिकारों से असंगत या उनका अनादर करने वाले कानून) आदि।
अनुच्छेद कैसे लिखें?
अनुच्छेद लेखन एक ऐसी कला है जिसमें आप किसी विशेष विषय से सम्बन्धित अपने भावों व विचारों को सिमित शाब्दों में लिखते हैं।अनुच्छेद लेखन (Anuched Lekhan) में अनावश्यक विस्तार से बचते हुए लेखन कार्य संपन्न किया जाता है,परन्तु ध्यान रखने योग्य विशेष बात यह है कि आप इसे लिखते समय कोई आवश्यक तथ्य ना छोड़ दें।
अनुच्छेद लेखन के मुख्य बिन्दु निम्न हैं:-
- अनुच्छेद लेखन में मुख्य विषय से ना भटकें क्योंकि इसकी शब्द सीमा निर्धारित होती है।
- अनुच्छेद लेखन में भाषा सरल,स्पष्ट व प्रभावशाली होनी चाहिए ताकि पढ़ने वाले को अनुच्छेद पढ़ते समय रुचि और उत्सुकता बनी रहे।
- अनुच्छेद लेखन में भावात्मक,समास,व्यंग्य,चित्र,व्यास आदि भाषा शैलियों का प्रयोग प्रायः किया जाना चाहिए,क्योंकि विषय के अनुकूल शैली के प्रयोग से अनुच्छेद में सजीवता आ जाती है।
- अनुच्छेद लेखन में विचारों को इस क्रम में रखा जाता है की उनका प्रारम्भ,मध्य और अंत आसानी से समझ में आ जायें।
- अनुच्छेद की लघुता या विस्तार विषयवस्तु पर निर्भर होना चाहिए,परन्तु सामान्यत: यह छोटा ही होता है।
- Anuched Lekhan में भूमिका तथा उपसंहार की कोई आवश्यकता नहीं होती है,परन्तु यदि आप इसके आरम्भ में विषय से सम्बन्धित सूक्ति,कविता या उदाहरण का प्रयोग करते है तो ऐसा करने से अनुच्छेद और भी प्रभावशाली बन जाता है।
- अनुच्छेद लेखन में व्यर्थ की बातें उसके प्रभाव को खोखला बना देती है।
- अनुच्छेद लेखन (Paragraph Writing) में सभी वाक्यों में आपस का तालमेल अति आवश्यक होता है।
- अनुच्छेद लेखन से पहले रूपरेखा,संकेत बिन्दु आदि बना लेनी चाहिए।
- अनुच्छेद की पहली व अंतिम पंक्ति अर्थपूर्ण एवं आकर्षक होनी चाहिए।
अनुच्छेद लिखते समय ध्यान दें
अनुच्छेद लेखन में निम्न बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है:-
- अनुच्छेद में किसी एक विषय के एक ही पक्ष का वर्णन करना चाहिए।
- अनुच्छेद लेखन में भाषा का सरल,स्पष्ट व प्रभावशाली होना आवश्यक है,इसलिए अनुच्छेद लिखते समय भाषा पर ध्यान देना अति आवश्यक है।
- अनुच्छेद लेखन में विषय से न भटकें,अनावश्यक विस्तार से बचे।
- अनुच्छेद लेखन से पहले इसकी रूपरेखा पूर्ण रूप से तैयार कर लेनी चाहिए साथ ही संकेत-बिन्दु बना लेने चाहिए।
- अनुच्छेद लेखन में शब्द सीमा का ध्यान रखें यह सामान्यात: 80-100 शब्दों में लिखा जा सकता है।
- मुहावरों व लोकोक्तियों का प्रयोग अनुच्छेद लेखन को रोचकता प्रदान करता है।
- परीक्षा में अनुच्छेद लेखन संकेत बिन्दुओ के आधार पर होता है, इसलिए आपके लिए आवश्यक है की आप सर्वप्रथम संकेत बिन्दुओ के भाव को समझकर उनमें सम्बन्ध बनाएं व क्रम बनाने के उपरांत ही अनुच्छेद लिखें।
पैराग्राफ राइटिंग सैंपल्स/उदाहरण (Paragraph Writing Samples/Examples)
समय का महत्त्व (Importance of Time):
समय एक ऐसा उपहार है जो हर किसी के पास होता है,लेकिन जो व्यक्ति समय के मोल को पहचानता है, वह अपने जीवन में अवश्य ही सफलता प्राप्त करता है।समय अनमोल है। समय किसी की भी प्रतीक्षा नहीं करता है। परन्तु अगर यही समय एक बार चला जाए तो यह लौट कर वापस नहीं आता। दूसरी तरफ जो व्यक्ति समय का दुरूपयोग करता है,उनको कठिनाइयों, असफलता का सामना करना पड़ता है और पश्चाताप के अलावा उनके हाथ कुछ नहीं आता। जैसा की कहा जाता है- ‘ जो बीत गया है वो ना लौट कर आएगा’ इसलिए हम सभी को समय का महत्त्व समझकर उसका सदुपयोग करना चाहिए।
पुस्तकालय (Library):
(पुस्तक + आलय = पुस्तकालय) अर्थात् पुस्तकों का घर । पुस्तकालय वह स्थान है जहां. विभिन्न प्रकार की पुस्तकें जैसे ज्ञान, मनोरंजन, खेल सूचनाओं से संबंधित विविध पुस्तके पाई जाती है। पुस्तके सभी की सच्चा मित्र होती है। जो लोग पुस्तकें नहीं खरीद सकते उनके लिए तो पुस्तकालय एक वरदान ही है। विद्यार्थी के ज्ञान – वर्धन के लिए विद्यालयों में पुस्तकालय की व्यवस्था होती है। सार्वजनिक स्थानों पर पुस्तकालय सामान्य नागरिकों के लिए सरकार अथवा अन्य संस्थाओं द्वारा चलाए जाते हैं। पुस्तकालय का उपयोग सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा किया जा सकता है। पुस्तकल्या में पुस्तक, समाचार पत्र, पत्रिकाएं , मानचित्र, ग्रंथ आदि पढ़ने योग्य सामग्री पाई जाती है, इसलिए पुस्तकालय को वास्तव में ज्ञान का खजाना भी कहा जा सकता है।
मित्र का जन्मदिन (Friend’s Birthday):
कल मेरे प्रिय मित्र हेमन्त का जन्मदिन था। अन्य मित्रों के साथ मैं भी उसके घर गया था। वहा पर हेमन्त के मित्रों के अलावा उसके रिश्तेदार व घर के सदस्य भी उपस्थित थे। घर के आंगन में ही समारोह का आयोजन किया गया था और उस स्थान के बड़े ही सुन्दर तरीके से सजाया गया था। मेहमान हेमन्त कोउपहारों के साथ-साथ अपनी शुभकामनाएं भी दे रहे थे , और हेमन्त उनका धन्यवाद करता जा रहा था। कहीं संगीत की मधुर धुन तो कहीं पर छोटी-छोटी टोलिया में गप शप चल रही थी। चारो ओर उल्लास का वातावरण था। सात बजे हेमन्त ने केक काटा और सभी ने मिलकर जन्मदिन में बधाई गीत गाया और केक खिलाया, उसके बाद एक बार फिर सबने हेमन्त को बधाई व शुभकामनाएं दी तथा सब अपने घर लौट चले।
अनुच्छेद लेखन टॉपिक्स (Anuched Lekhan Topics)
समय का महत्व, मित्र के जन्मदिन, परोपकार, अभ्यास का महत्व, वन सरंक्षण, ग्लोबल वार्मिंग , कम्प्यूटर का महत्व , वनों की उपयोगिता ,मेक इन इंडिया, जीवन में शिक्षा में उपयोगिता, मनोरंजन के आधुनिक साधन , स्वास्थ्य बनाम खेल कूद , भारतीय किसान, पर्यावरण , पुस्तकालय का महत्व , विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व, राजभाषा हिन्दी, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय एकता , स्वतंत्रता दिवस, नदी की आत्मकथा , समाचार पत्रों का महत्व , दहेज प्रथा , प्रदूषण , जीवन का लक्ष्य, विज्ञान और मनुष्य , उत्तर में बसी आबादी, शिक्षा का महत्व , जल ही जीवन है,आधुनिक नारी, इंटरनेट का महत्व, बढ़ती मंहगाई , बाल दिवस विदेश भ्रमण, माता पिता की भूमिका , विश्व का ज्ञान , मेरा भारत देश।
निष्कर्ष (Conclusion)
संक्षेप मैं कहा जाए तो अनुच्छेद लेखन एक ऐसा आवश्यक और मेहतवापूर्ण कौशल है, जिससे आप अपने लिए विचारो को संक्षेप में स्पष्ट करा जा सकतें है , प्रभावी अनुच्छेद लेखन मैं आवाशक है , की आप छोटे छोटे वाक्यों का सरलता व स्पष्टता से प्रयोग करे। साथ ही विषय वस्तु से संबंधित मुहावरें व कहावतो का प्रयोग भी में जिससे आपन अनुच्छेद रोचक व प्रभावशाली है। अनुच्छेद लेखन में सदैव लेखन शब्दो के सरलता के उपयोग से बनाना चहिए। अपने विषय को एक ऐसे वाक्य से शुरू करें जो अनुच्छेद के मुख्य विचार स्पष्ट कर सके।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न – 1: क्या लेख और अनुच्छेद एक ही है?
उत्तर – नहीं ! अनुच्छेद लेखन में केवल सीमित शब्द सीमा में ही अपने विचारों को प्रकट कर सकते हैं जबकि लेख रचना या निबंध होता है।
प्रश्न – 2: अनुच्छेद लेखन को अंग्रेजी (English) में किस नाम से पुकारा जा सकता है?
उत्तर – अनुच्छेद लेखन को अंग्रेजी (English) में पैराग्राफ राइटिंग [paragraph writing] के नाम से पुकारा जा सकता है।
प्रश्न – 3: अनुच्छेद लेखन के प्रमुख विषय कौन-कौन से हैं?
उत्तर –• पर्यावरण विषय पर अनुच्छेद.
• पृथ्वी बचाओ पर अनुच्छेद
• बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर अनुच्छेद.
• भ्रष्टाचार पर अनुच्छेद.
• शिष्टाचार पर अनुच्छेद.
• समय के महत्व पर अनुच्छेद.
• शिक्षा के महत्व पर अनुच्छेद.
• स्वच्छता के महत्व पर अनुच्छेद.
• जल के महत्व पर अनुच्छेद.
• किताबों के महत्व पर अनुच्छेद.
• सोशल मीडिया के महत्व पर अनुच्छेद.
• बढ़ती मंहगाई पर अनुच्छेद.
• अनुशासन के महत्व पर अनुच्छेद.
प्रश्न-4: अनुच्छेद लिखते समय किन किन बातों पर ध्यान देना चाहिए?
उत्तर: अनुच्छेद लिखते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान रखना चाहिए :
1 – अनुच्छेद लेख से पहले रूपरेखा व संकेत बिंदु तैयार कर लें।
2 – अनुच्छेद लेखन में भाषा सरल, स्पष्ट व प्रभावी होनी चाहिए।
3 – अनुच्छेद लेखन में मुख्य विषय से ना भटककर तय शब्दो के अनुरूप ही लेखन करें।
4 – अनुच्छेद की पहली व आखिरी पंडित अर्थपूर्ण व आकर्षक होनी चाहिए ।