साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो हर क्षेत्र में हमारे जीवन को प्रभावित कर रहा है। विज्ञान यानी साइंस क्षेत्र न केवल तकनीकी विकास का केंद्र है, बल्कि यह हमें समझने में भी मदद करता है कि प्राकृतिक और सामाजिक प्रक्रियाओं में कैसे संलग्न होते है। ये विषय खुद में ही बहुत बड़ा विषय है, और इसे कई भागों में बांटा गया है। जैसे:- भौतिक विज्ञान (physics), रसायन विज्ञान (chemistry), जीव विज्ञान (biology) आदि। हर भाग का अपना महत्व है और सही साइंस विषय सफलता की पहली सीढ़ी है. चलिये जानते हैं साइंस सब्जेक्ट के किस कोर्स के चुनाव से आप किस क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं
साइंस में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है?
साइंस में निम्नलिखित विषय होते है:
1. भौतिक विज्ञान (Physics)
भौतिकी सबसे मूल विषयों में एक है, जिसमें आस पास की दुनिया जैसे ब्रह्मांड की पढ़ाई होती है, इस विज्ञान विषय में ऊर्जा,गति, बल,क्षेत्र फल,आयतन, वेग,रैखिक संवेग,आदि जैसे विषय पढाएं जाते है।
2. रसायन विज्ञान (Chemistry)
विज्ञान की वह शाखा जिसमें पदार्थों की संरचना,पदार्थों के गुण, अलग-अलग पदार्थों की आपस में क्रिया आदि का अध्ययन किया जाता है।
3. जीव विज्ञान (Biology)
इस साइंस सब्जेक्ट में हर तरह के जीवन का अध्याय( पढ़ाई ) की जाती है. इस विषय के अंतर्गत पेड़-पौधे,मानव शरीर, जैव प्रौद्योगिकी, आदि विषय को समझते है।
इस विस्तृत साइंस विषय की भी दो शाखा हैं
a) Botany वनस्पति विज्ञान या पादप विज्ञान
पौधों के जीवन रूपों और उनके कार्यों से संबंधित जीव विज्ञान को वनस्पति विज्ञान (Botany) कहते हैं ।
b) Zoology जंतु विज्ञान या प्राणि विज्ञान
विज्ञान की शाखा जिसके अंतर्गत जन्तुओं और उनके जीवन, शरीर, विकास और वर्गीकरण (classification) का अध्ययन किया जाता है।
4. गणित (Mathematics)
गणित एक ऐसा विज्ञान है जिसमें संख्याओं, मात्राओं और परिमाण, रूपों और उनके आपसी रिश्तों,गुण,स्वभाव इत्यादि का अध्ययन करना होता है।
5. कंप्यूटर साइंस (Computer Science)
इसके अंतर्गत आपको मुख्यतः कंप्यूटर,टेक्नोलॉजी, इंटरनेट, सॉफ्टवेयर आदि जैसी चीजों के बारे में पढ़ाया जाता है।
विषय सूची साइंस सब्जेक्ट (SCIENCE SUBJECTS NAME)
भौतिक विज्ञान | Physics |
रसायन विज्ञान | Chemistry |
जीव विज्ञान | Biology |
गणित | Maths |
कंप्यूटर साइंस | Computer Science |
इलेक्ट्रॉनिक्स | Electronics |
बायोटेक्नोलॉजी | Bio Technology |
कृषि | Agriculture |
बागवानी | Horticulture |
जूलॉजी | Zoology |
माइक्रोबायोलॉजी | Microbiology |
भूविज्ञान | Geology |
साइंस नर्सिंग | Nursing science |
ग्रह विज्ञान | Home Science |
फॉरेंसिक विज्ञान | Forensic science |
पौषण और डायटिक्स | Nutrition and Dietics |
कक्षा 11 व 12 में साइंस स्ट्रीम के विषय
10वीं के बाद कक्षा 11वीं व 12वीं में विषय सुनने का अवसर दिया जाता है, जिसका विभाजन 3 स्ट्रीम में किया जाता है। साइंस,कॉमर्स व आर्ट्स। छात्रों को इन तीन स्ट्रीम में से किसी एक स्ट्रीम का चयन करना होता है। यह छात्रों पर और उनकी रुचि पर निर्भर करता है।
साइंस स्ट्रीम का विभाजन दो हिस्सों में करा गया है PCM व PCB। छात्रों को इन स्ट्रीम यानी PCM व PCB में से किसी एक को चुनना पड़ता हैं।
11 व 12 साइंस में कितने सब्जेक्ट्स होते हैं (Subjects in 11th and 12th Science Stream) :-
S No | PCM | PCB |
1 | Physics | Physics |
2 | Chemistry | Chemistry |
3 | Mathematics | Biology |
4 | English | English |
5 | Computer Science | Hindi |
6 | Optional | Optional |
नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 बहु-विषयक शिक्षा पर जोर देती है और इसमें व्यावसायिक और शैक्षणिक धाराओं के बीच कोई अलगाव नहीं किया गया है। छात्र सभी स्ट्रीम में अपनी पसंद के विषयों का चयन करते हैं। साइंस के स्टूडेंट्स के लिए यहाँ पर सही चुनाव बहुत ज़रूरी है । यहाँ से विभिन्न (करियर) जैसे Doctor , Engineer इत्यादि का रास्ता अलग हो जाता है। उदाहरण के लिए PCB, मेडिकल दिशा के लिए ज़्यादा उपयुक्त है, जबकि PCM Engineer दिशा में ज़्यादा बेहतर है
English एक अनिवार्य विषय है लेकिन आप रुचि अनुसार हिंदी या कंप्यूटर Computer साइंस में से एक ले सकते हैं
अन्य जानकारी:
जानिए आर्ट्स में कौन-कौन से विषय होते हैं?
जानिए कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
कक्षा 11वीं और 12वीं में कौन-कौन से विषय लेने चाहिए?
विषयों का चयन छात्रों की अभिरुचियों पर निर्भर होता है एवं यह निश्चित करने में मदद करता है कि भविष्य में उन्हें किस क्षेत्र में जाना है।हालाँकि हर स्ट्रीम मैं सही विषय का चुनाव निर्णायक है, लेकिन साइंस मैं, कक्षा 11वीं और 12वीं में कौन-कौन से विषय लेने चाहिए? यह फ़ैसला बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि बाद में विषय बदलना काफी मुश्किल हो जाता है | साइंस स्ट्रीम के विषय चुनने के बाद आपके करियर के विकल्प इंजीनियरिंग एवं एमबीबीएस तक की सीमित नहीं है। संबंधित क्षेत्र में बहुत सारे अवसर है जैसे अनुसंधान और विकास वास्तुकला, डाटा विज्ञान आदि।
साइंस स्ट्रीम के विषयों को चुनने से आपको अपने आविष्कारों के माध्यम से मानव जाति में योगदान करने का अवसर मिलेगा। भारत में साइंस व अन्य विषय अंग्रेजी व हिंदी दोनों में पढ़ाए जाते हैं। साइंस स्ट्रीम को अंग्रेजी में पढ़ना ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि भारत के साथ-साथ विदेश में पढ़ने व नौकरी करने का भी अवसर मिल सकता है। साइंस विज्ञान ना केवल career opportunities के लिए बहुत ही बेस्ट है, बल्कि इसे पढ़ने से वैज्ञानिक सोच और तर्कशक्ति का विकास होता है . इस विकसित सोच से हमें जीवन की हर समस्या को समझने और सुलझने की शक्ति मिलती है|
महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति श्री अब्दुल कलाम के शब्दों में
“विज्ञान मानवता के लिए एक खूबसूरत तोहफ़ा है इसलिए विषयों का चुनाव बहुत ही सोच-समझकर करना चाहिए जिससे भविष्य में करियर के चरण में तकलीफ या मुश्किल ना हो।”
FAQ’s
Q1. PCM छात्रों के लिए इंजीनियरिंग के अलावा विभिन्न करियर का विकल्प क्या है?
Ans – 12वीं साइंस पीसीएम के बाद इंजीनियरिंग के अलावा करियर के कई विकल्प है। छात्र इंजीनियरिंग तक ही सीमित नहीं है। जिन छात्रों की फिजिक्स और मैथ में रुचि है उनके लिए बहुत सारे तकनीकी और बिज़नेस क्षेत्र इन सब्जेक्ट के चयन से खुल जाते है| आप प्राथमिक अनुसंधान, कमर्शियल पायलट,
मर्चेंट नेवी, डिफेंस, डाटा साइंटिस्ट,बिजनेस मैनेजमेंट आदि में काम कर सकते हैं।
Q2. गणित आसान है या जीव विज्ञान?
Ans – आसान जैसी कोई चीज नहीं है। दोनों विषय अपने क्षेत्र में काफी कठिन है और इसके लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है।
Q3. क्या मैं बायोलॉजी के बिना डॉक्टर बन सकता हूं?
Ans – नहीं डॉक्टर बनने के लिए आपकी कक्षा 11 और 12 में जीव विज्ञान होना चाहिए।
Q4. 11th साइंस में कितने सब्जेक्ट्स होते हैं?
Ans – 11th साइंस छात्रों को 5 सब्जेक्ट की पढ़ाई कराई जाती है। यदि आप बायोलॉजी लेते हैं तो आपके सब्जेक्ट फिजिक्स, केमिस्ट्री, हिंदी,इंग्लिश और बायोलॉजी होगा। यदि आप मैथमेटिक्स लेते हैं तो आपका सब्जेक्ट फिजिक्स, केमेस्ट्री ,मैथमेटिक्स, कंप्यूटर साइंस और इंग्लिश होगा।
Q5. क्या साइंस स्ट्रीम में इंग्लिश महत्वपूर्ण है
Ans – नई शिक्षा नीति “(NEP) 2020 अंग्रेजी को साहित्य की भाषा के बजाय एक कार्यात्मक भाषा के रूप में बढ़ावा देता है ताकि छात्रों को उनके भविष्य में आने वाली व्यावहारिक स्थितियों के लिए तैयार किया जा सके। इसलिए साइंस स्ट्रीम में भी अंग्रेजी एक बहुत जरूरी विषय है