‘विश्व हिंदी दिवस’ हिंदी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस मुख्य रूप से भारत में हिंदी भाषा की मान्यता पर केंद्रित है। विश्व हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्व को हिंदी भाषा के महत्व से अवगत करवाना व हिंदी भाषा का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका प्रसार व प्रचार करना। स्व.भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाए जाने की अधिकारिक घोषणा की थी और उसके बाद 10 जनवरी 2006 को विदेश में पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। विश्व हिंदी दिवस 2024 में ‘हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना’ इसकी थीम थी। 2025 में अभी इसकी थीम की घोषणा मुख्यतः नहीं हुई है।
विश्व हिंदी दिवस 2025 परिचय | Introduction
हिंदी भारत की ही नहीं, अपितु संपूर्ण विश्व में बोले जाने वाली ही नहीं बल्कि सरकारी कामकाज की भी भाषा है।आज हिंदी ने न केवल इंटरनेट बल्कि विदेशी व्यापार में भी रोजगार के लिए संभावनाएं विकसित की है। इसलिए रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया आदि देशों में यह सिखाई और पढ़ाई जाती है। आज हिंदी ने न केवल इंटरनेट बल्कि विदेशी व्यापार में भी रोजगार के लिए संभावनाएं विकसित की है। इसलिए रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया आदि देशों में यह सिखाई और पढ़ाई जाती है। विश्व स्तर पर हिंदी के प्रचार और प्रसार कोईl बढ़ाने के लिए स्व. भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की और 2006 में पहला विश्व हिंदी दिवस मनाया गया।विभिन्न सर्वो के अनुसार दुनिया भर में 600 मिलियन लोग एक दूसरे से संपर्क करने के लिए इसी भाषा का प्रयोग करते हैं। विश्व हिंदी दिवस 2024 की थीम ‘हिंदी पारंपरिक ज्ञान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना’ के कारण ही हिंदी भाषा का अन्य प्रमुख भाषाओं के साथ गहराव विकसित हुआ।विश्व हिंदी दिवस के दौरान विश्व के कोने-कोने में हिंदी पर आधारित अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर भी लोग हिंदी से संबंधित अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं।इसके अतिरिक्त ऐसे व्यक्तियों का भी विशेष सम्मान किया जाता है जिसने हिंदी भाषा के प्रयोग में खास योगदान दिया।
विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम | World Hindi Day 2025 Theme
विश्व हिंदी दिवस 2025 की थीम की अभी आधिकारिक रूप से कोई घोषणा या पुष्टि तो नहीं हुई है, परंतु अंतरराष्ट्रीय और भाषाई आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए ’हिंदी एकता और सांस्कृतिक गौरव की आवाज’जैसे विषय पर ही शायद इसकी थीम रखी जाएगी। 2025 की थीम से हिंदी की डिजिटल और वैश्विक पहुंच को उजागर करने की उम्मीद है। विश्व हिंदी दिवस की थीम हिंदी को विविध संस्कृतियों के बीच एक कड़ी के रूप में भी बढ़ावा देती है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित करता है।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास | World Hindi Diwas History
विश्व हिंदी दिवस मुख्यतः सन् 1975 में भारत के नागपुर में हुए प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन की हमें याद तो दिलाता ही है। साथ ही हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा भी देता है। भारत सरकार ने हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में बढ़ावा देने के लिए स्व. भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी की अधिकारिक घोषणा करने के उपरांत 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। क्योंकि प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन भी 10 जनवरी 1975 को ही आयोजित किया गया था। इसलिए इसकी वर्षगौड को चिन्हित करने के लिए इसकी तारीख 10 जनवरी ही रखी गई। इसका उद्देश्य हिंदी साहित्य और कला को बढ़ावा देना और विश्व स्तर पर हिंदी भाषा की मान्यता को बढ़ावा भी देना था।
एक लंबी लड़ाई के बाद 14 सितंबर सन 1949 को हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषा का स्थान मिला जिसमें मैथिलीशरण गुप्त, काका कालेलकर, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविंद दास, व्यौहार राजेंद्र सिंह आदि का विशेष योगदान रहा और व्यौहार राजेंद्र सिंह के पचासवें जनम दिवस पर 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। तत्पश्चात 10 जनवरी 1975 को विश्व हिंदी दिवस सम्मेलन की वर्षगौड पर 10 जनवरी 2006 को प्रथम विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। 1930 के दशक में पहला हिंदी टाइपराइटर बाजार में आया। पहला वेबपोर्टल वेब दुनिया हिंदी सन् 2000 में इंटरनेट पर आया जिसके कारण हिंदी तेजी से संसार के अस्तित्व में आई। चीनी, स्पेनिश, अंग्रेजी आदि भाषाओं के बाद हिंदी एकमात्र ज्यादा प्रयोग में लाई जाने वाली भाषा है जिसका प्रयोग लगभग 600 मिलियन लोग करते है। संपूर्ण विश्व में हिंदी की एक अलग पहचान बनाने के लिए भारत सरकार की ओर से लीला (LILA) लर्निंग इंडियन लैंग्वेज विथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नामक एक मोबाइल ऐप भी बनाया गया है जिसके द्वारा विश्व स्तर पे लोग हिंदी भाषा को समझ व सीख सकते है ।
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विश्व हिंदी दिवस के महत्व – Significance of World Hindi Diwas 2025
समस्त विश्व को हिंदी भाषा के महत्व से अवगत कराना ही विश्व हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है क्योंकि वैश्वीकरण के इस दौर में हिंदी ने अपनी जड़ें न केवल भारत अपितु सारे संसार में जमा ली है आज हिंदी ने ट्रांसक्रिप्शन, टाइपिंग, लोकलाइजेशन आदि में रोजगारों की संभावनाएं विकसित की है। हिंदी विश्व भर में बोली जाने वाली पांच प्रमुख भाषाओं में से एक है इसलिए दुनिया भर में हिंदी अंतराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इस विश्व हिंदी दिवस के द्वारा एक अलग पहचान प्रदान की गई है। विदेशों और वहां रह रहे भारतीयों को हिंदी का महत्व बनाते और इसे हिंदी का प्रमुख स्थान दिलाने के लिए ही हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। यह दिन हिंदी प्रेमियों को हिंदी भाषा के महत्व के बारे में बताने के लिए हिंदी भाषा के महत्व को जीवन में समझने के लिए, संपूर्ण विश्व में हिंदी का सम्मान और अधिक बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाना चाहिए।
” हिन्दी केवल भारत की ही भाषा नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में फैले भारतीयों के हृदय की वाणी बने ऐसी आशाओं के साथ आप सभी को विश्व हिन्दी दिवस की अग्रिम शुभकामनाएँ”
निष्कर्ष | Conclusion
विश्व हिन्दी दिवस सभी हिन्दी भाषा प्रेमियों के लिए अतयंत महत्वपूर्ण दिवस है क्योंकि यह दिवस एक ऐसा अवसर है जब दुनियाभर में हिन्दी भाषा के महत्व को उजागर करने का समय आता है। हिन्दी विश्व भर में एकता और विविधता की प्रतीक भाषा है इसलिए हमें इसकी बढ़ती उपयोगिता को समझना चाहिए क्योंकि यह हमें गौरवशाली इतिहास, साहित्य और परंपराओं से जोडती है। यह केवल एक भ्रामक तथ्य है कि हिन्दी केवल भारत की ही लोकप्रिय भाषा है विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन इस बात का स्वयं बहुत बड़ा प्रमाण है इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य ही विश्व भर में हिन्दी की लोकप्रियता को बढ़ावा देना है। इस दिन को भारतीय दूतावासों में बडे जोर-शोर से मनाया जाता है। विश्व हिन्दी सचिवालय अफ्रीकी देश मॉरीशस में स्थित है। अंग्रेजी व अन्य भाषाओं के बढ़ते चलन को रोककर सारे संसार में अधिकारिक और व्यक्तिगत क्षेत्रों में हिन्दी के उपयोग को बढावा देने के लिए विश्व भर में हिन्दी भाषा को लोकप्रिय बनाने के लिए ही विश्व हिन्दी दिवस एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
FAQs
Q1. विश्व हिन्दी दिवस कब मनाया जाता है?
Ans – विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाना है।
Q2. पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन कब और कहाँ हुआ था?
Ans – पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी सन् 1975 को भारत के नागपुर में हुआ था।
Q3. वर्ष 2024 में हिन्दी दिवस की थीम क्या थी?
Ans – वर्ष 2024 में हिन्दी दिवस की थीम थी हिन्दी पारंपरिक ज्ञान के कृत्रिम बुद्धिमता लक’ रखी गई की।
Q4. विश्व हिन्दी दिवस मनाने का प्रमुख कारण क्या है?
Ans – विश्व हिन्दी दिवस मनाने का प्रमुख कारण है सम्पूर्ण विश्व में हिन्दी के प्रचार व प्रसार को बढ़ाना।
Q5. हिन्दी दिवस और विश्व हिन्दी दिवस में क्या अंतर है?
Ans – हिन्दी दिवस- यह हर साल 14 सितंबर को भारत में मनाया जाता है।
विश्व हिन्दी दिवस -यह अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए 10 जनवरी मनाया जाता है।
Q6. हिन्दी भाषा का इतिहास क्या है?
Ans – हिन्दी भाषा संस्कृत भाषा से विकासित हुई और इसकी लिपि देव- नागरी है। हिन्दी भाषा का विकास 10वीं शताब्दी में हुआ। यह भारत की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है।
Q7. विश्व हिन्दी सचिवालय कहाँ स्थित है?
Ans – विश्व हिन्दी सचिवालय अफ्रीकी देश मॉरीशस में स्थित है।
Q8. विश्व हिन्दी न्यास समिति का मुख्यालय कहाँ पर स्थित है?
Ans – विश्व हिन्दी न्यास समिति का मुख्यालय न्यूयार्क में है।