निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियो में दीजिए -
प्रश्न. कर्नल कालिज का खेमा जंगल में क्यों लगा हुआ था ?
उत्तर– कर्नल कालिज को यह सूचना थी कि वजीर अली जंगल मेें ही कही छुपा हुआ है। अतः कर्नल उसे गिरफ्तार करने के लिए खेमा लगाए हुए था।
प्रश्न. वज़ीर अली से सिपाही क्यों ढ़ग आ चुके थे ?
उत्तर– हफ्तों से डेरा डालने ओर ढूढ़ने के बावजूद भी वजीर अली पकड़ा नही जा रहा था। वह हर बार सिपाहीयो की आँखो मेें धूल झोकने मेें कामयाब हो जाता। अतः सिपाही वजीर अली से तग आ चुके थे।
प्रश्न. कर्नल ने सवार पर नज़र रखने के लिए क्यों कहा ?
उत्तर– कर्नल ने सवार पर नजर रखने के लिए इसलिए कहा, ताकि वह यह देख सके कि सवार किस दिशा की तरफ जा रहा है ओर उसकी गतिविधियो की जाँच हो सके क्यों कि वह सवार वजीर अली का दुत या साथी हो सकता था। धुल के उड़ने से कर्नल ने अनुमान लगाया कि लोग ज्यादा हैं ओर समभ्त: वजीर अली को ढूढ़ रहे हैं।
प्रश्न. सवार ने क्यों कहा कि वज़ीर अली की गिरफ़्तारी बहुत मुस्किल है ?
उत्तर– सवार ओर कोई नही खुद वजीर अली था। उसे अपने साहस ओर अपनी बुद्बुधिमानी पर पूरा विस्वास था। वह कर्नल को डराना ओर भम मेें रखना चाहता था इसलिए उसने कहा कि वजीर अली की गिरफ्तारी बहुत मुस्किल है।
प्रश्न. वज़ीर अली के अफ़साने सुनकर कर्नल को रॉबिनहुड की याद क्यों आ जाती थी ?
उत्तर– वज़ीर अली ओर रॉबिनहुड मेें बहुत अधिक समानता थी। वजीर अली भी रॉबिनहुड की तरह साहसी, निडर ओर बहादूर था। वह दुश्मनो को चमक देकर भागने मेें कुशल होने के कारण अग्रेजी सरकार की पकड़ मेें नही आ रहा था। इन्ही कारणों से वजीर अली की बहादुरी के अफसाने सुनकर ही कर्नल को रॉबिनहुड की याद आती थी।
प्रश्न. ‘कारतूस’ एकाकी के आधार पर स्पस्ट कीजिए कि सआदत अली वजीर अली का सगा चाचा होते हुए भी उससे नफरत क्यों करता था ?
उत्तर– सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का मकसद अवध की धन, सम्पत्ति ओर सत्ता पर अधिकार करना था | सआदत अली लोभी, आलसी, आराम पसन्द ओर अगेजो का गुलाम था | उसने अगेजो को इसके लिए आधी सम्पत्ति ओर दस लाख रूपए दिये थे| इस तरह सआदत अली को गद्दी पर बैठाने से उनेह लाभ ही लाभ था |
प्रश्न. सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का क्या मकसद था ?
उत्तर– सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का मकसद अवध की धन, सम्पति ओर सत्ता पर अधिकार करना था। सआदत अली लोभी, आलसी, आराम पसंद ओर अंग्रेजो का गुलाम था। उसने अंग्रेजो को इसके लिए आधी सम्पति ओर दस लाख रुपये दिये थे। इस तरह सआदत अली को गद्दी पर बैठाने से उनेह लाभ ही लाभ था।
प्रश्न. कम्पनी के वकील कतल करने के बाद बज़ीर अली ने अपनी हिफाजत केसे की ?
उत्तर– कम्पनी के वकील का कत्ल करने के बाद वजीर अली अपने सिपाहियों के साथ आज़म्ग्र्ण भाग गया ओर वहाँ के नवाब से सहायता पाकर सुरछित घाघरा पहुँच गया। वह जगलो मेें रहकर अंग्रेज़ो से लोहा लेने के लिए अपनी शक्ति बढ़ाने लगा। इस प्रकार वजीर अली ने अपनी हिफाज़त की।
प्रश्न. सवार के जाने के बाद कर्नल क्यों हका-बक्का रह गया ?
उत्तर– सवार के जाने के बाद कर्नल हक्का-बक्का इसलिए रह गया, क्यों कि जिस वजीर अली को पकड़ने के लिए वह जंगल मेें हफ्तों से खेमा डाले हुआ था वही सवार के रूप मेें बड़ी चतुराई ओर निडरता से कारतूस लेने कर्नल के खेमेे मेें आ जाता है। वजीर अली बहुत हिम्मत वाला व्यक्ति था जाते समय कर्नल को द्वारा नाम पूछे जाने पर बड़ी सहज़ता से अपना नाम वजीर अली बताकर नौ दो ग्यारह हो जाता है।
(ख) निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर (80-100) शब्दो में लिखिए -
प्रश्न. लेफ्टिनेट को ऐसा क्यों लगा कि कम्पनी के खिलाफ सारे हिन्दुस्तान में एक लहर दोड़ गई है ?
उत्तर– वजीर अली के बारे मेें बात करते हुए कर्नेल लेफ्नीनेंट को बताया कि कंपनी के खिलाफ युद्ध करने के लिए केबल वजीर अली ही नही बल्कि द्चिर्ण मेें टीपू सुल्तान, बंगाल मेें नबाव का भाई शमसुदोला भी तेयार बैठा है साथ ही इन लोगो ने अफगानिस्थान के बादशाह शाहेज़मा को आक्रमण के लिए निमंतरण भी दे दिया है। इन सब बातो को सुनकर लेफ्नीनेंट को लगने लगा था अंग्रेजो को भारत से हटाने के लिए चारो ओर से प्रयास किये जा रहे हैं ओर कम्ननी के खिलाफ पुरे हिंदुस्तान मेें लहर-सनी दौड़ गई है।
प्रश्न. वज़ीर अली ने कम्पनी के वकील का कत्ल क्यों किया ?
उत्तर– अंग्रेजो ने वजीर अली का वजीफा मुकरर कर बनारस भेज दिया था ओर समय- समय पर उसे कोलकाता तलब करता रहता था। इसी क्रम मेें एक बार कोलकाता बुलवाय जाने पर वह कारण पता करने के लिए बनारस मेें रहने वाली कम्ननी के वकील के पास गया।वकील, कारण बताने की जगह उसे भला- बुरा कहने लगा। वजीर अली स्वाभिमानी था वह कंपनी से नफरत भी करता था। फलतः क्रोध मेें आकर उसने वकील का कत्ल कि दिया।
प्रश्न. सवार ने कर्नल से कारतूस केसे हासिल किये?
उत्तर– सवार ओर कोई नही खुद वजीर अली था। वह अकेला ही घोड़े पर सवार होकर बड़ी ही निडरता से अंग्रेजो के खेमेे मेें पहुँच गया ओर कर्नल को दिखाया कि वह भी वजीर अली के खीलाफ है ओर उसके साथ मिलकर वजीरअली को गिरफ्तार करवाना चाहता है। उसने कर्नल से अकेले मेें मिलने के लिए कहा। कर्नल उसकी बात मान गया ओर वजीर अली के द्वारा दस कारतूस मागने पर उसने दे दिये। इस तरह सवार ने कर्नल को पागल बनाकर उससे कारतूस हासिल किए।
प्रश्न. वज़ीर अली एक जाबाज सिपाही था, केसे? स्पस्ट कीजिए।
उत्तर– वास्तव मेें वजीर अली एक जाँबाज सिपाही था। उसमेें शौय ओर साहस कूट-कूट कर भरा हुआ था। अग्रेजो ने उसे अवध के तख्त से हटा दिया। परन्तु उसने हिम्मत नही हारी। कंपनी के वकील द्वारा अपमानित किये जाने पर वह उसके घर मेें घुसकर हत्या कर देता है। अंग्रेज जगलो मेें महीनो तक खाक छानते रहे पर वह हाथ नही आया। वह निभयता से अंग्रेजो के खेमेे मेें घुसकर कर्नल को चकमा देकर उससे कारतूस भी ले लेता है ओर अपना परििचय भी दे देता है। इन घटनाओ से प्रमारित हो जाता है कि वजीर अली एक जाँबाज सिपाही था।
(ग) निम्नलिखित के आशय स्पस्ट कीजिए -
प्रश्न. मुट्भठीभर आदमी और इतना दमखम।
उत्तर– उपयुक्त पंक्ति कर्नल के द्वारा वजीर अली के संदभ मेें कही गई है। वजीर अली बहुत ही साहस ओर शोर्य वाला व्यक्ति है। उसकी गजब की चुस्ती- फुर्ती ओर कौशल को देखकर कर्नल के मुह से अनायास इस प्रकार के भाव निकल जाते हैं। वह थोड़े से सैनिको के साथ जगल मेें रह रहा था। अग्रेजो की पूरी फौज उसका पीछा कर रही थी फिर भी उसे पकड़ नही पा रही थी। उसने अंग्रेजो की नाक मेें दम कर दिया था।
प्रश्न. गर्द तो ऐसे उड़ रही है जिसे कि पूरा एक काफिला चला आ रहा हो मगर मुझे तो एक सवार नज़र आता है।
उत्तर– उपयुक्त पंक्ति लेफ्टिनेट के द्वारा सवार के संदभ मेें कही गई है। वह सवार खुद वजीर अली अंग्रेजो के खेमेे मेें अकेला ही आ रहा था, परन्तु इतनी तेजी से आ रहा था ओर इतनी धुल उड़ रही थी कि मानो कई सैनिक एक साथ आ रहे हो। वह दृश्य एक काफिले का प्रभाव उत्पन्न कर रहा था।